कोर्स 506S में मिथक के संदर्भ में काम करना सरल है। कोर्स 502 में आपको मिथक के बारे में पढ़ाया गया होगा। इसका मतलब यह हुआ कि मिथक की परिभाषा , स्वरूप और काव्य में वह किस प्रकार अर्थ और सर्जनात्मकता में मददरूप होता है इसकी जानकारी तो आपको उस कोर्स में मिल गयी होगी। सेमीनार के कोर्स में आप को किसी एक गद्य एवं पद्य कृति को चुनकर यह बताना है कि मिथक केप्रयोग से उस कृति में क्या विशेष बात जुड़ जाती है। इसके लिए ज़रूरी नहीं है कि आपको कोई नयी कृति ही लेनी होगी। पिछले वर्ष आप कामायनी पढ़ चुके हैं। आप कामायनी के उदाहरण से भी अपनी बात कर सकते हैं। अथवा रामायण महाभारत पर आधारित कोई भी आधुनिक कविता , उपन्यास कहानी आदि को ले सकते हैं। उदाहरण के लिए आप नरेश मेहता की कोई प्रबंध कृति लेंगे तो आपको बताना है कि उसमें मिथक होते हुए , बल्कि मिथक होने के कारण आधुनिक बोध को कवि कितने बेहतर ढंग से प्रकट कर पाया है। इसके विपरीत आप किसी ऐसी कृति का उदाहरण भी ले सकते हैं जिसमें मिथक का विनियोग ठीक से नहीं हुआ है। इस पाठ्यक्रम में यह मुद्दा रखने का आशय यही है कि आपने जो अभ तक पढ़ा है उसे आप सही अर्थों में किस तरह समझ सके हैं। फिर आफको कोई बहुत लंबी कथा कहानी नहीं लिखनी। आपको तो एख-डेढ़ पृष्ठ में उस मिथक की समझ और कृति में उसके विनियोग के बारे में ही लिखना है। आपको यह पता ही है कि इस बार सेमीनार के कोर्स में पाँचों चीज़ों को आपको लिख कर देना है। परन्तु ये सभी आपके पाठ्यक्रम में अन्य कोर्स में तो पढ़ायी ही जा चुकी हैं। इसमें नया कुछ नहीं करना है।
मेड्म हमे पेपर 502 मे कुछ दिक्कते आ रही हें जेसे 'कांट'क्या हें? क्या वो किसी आलोचक नाम या फ़िर किसी समीक्षक का नाम हें ?तथा युनिट-5 मे छन्द तथा लय- विवेचन, फ्रांसिसी प्रतीकवादियों की काव्य-लय संबंधी अवधारणा, गद्य की लय के बारे मे समझ नहि आ रहा और कुछ पुस्तक भी नहि मिल रही इस विषय मे हमारी सहायता करे
ReplyDeleteमुझे नहीं पता आप किस कॉलेज में पढ़ती हैं। वहाँ आपको क्या इस संदर्भ में आपके अध्यापकों से आपको कोई मार्गदर्शन नहीं मिला है। आपने जो सवाल पूछे हैं वह तो पूरे पाठ्यक्रम का महदांश है। हाँ आप अमरनाथ का साहित्य कोश पढ़े, रैन वैलेक की पुस्तक साहित्य सिद्धांत पढ़ें, निर्मला जैन की साहित्य सिद्धांत संबंधी पुस्तक पढ़ें , गद्य की लय के बारे में रामस्वरूप चतुर्वेदी, जगदीश गुप्त आदि को पढ़ें। किताबें तो आपको अपने अध्यापकों से ही मिलेंगी।
ReplyDeletemadam hame paper 505 me thodi dikkate a rahi he...tulnatmak sahity ka topic or books hame nahi mil rahi he...plz hame margdarsan de... hamne ye topic google pe on line bhi search kiya but copy print nhi ho raha he..
ReplyDeletemadam hame paper 505 me kuch dikkate a rahi he...hame tulnatmak sahity ka topic ya usse sambhandit books kahi nhi mil rahi he... hamne google pe bhi search kiya bt us pr se bhi copi ya print nhi ho raha he..plz mem hame margdarshan de...
ReplyDeletecourse502 me unit 2 me sharhaday ki avadharna ke bare me mem vistrit jankari dijaye? jald se jald mem exam ke pahele..... pal suman s.
ReplyDeleteमनीषा राठैर, आज 11/10 हो गयी और मैंने आपको दो दिनों तक उत्तर नहीं दिया इस हेतु पहले तो क्षमा करें। मैं समझ सकती हूँ कि जब हमें कोई जानकारी चाहिए होती है तो हमारा मन तो यही करता है कि यहाँ प्रश्न पूछा नहीं कि तुनंत उत्तर मिल जाना चाहिए। सुमन को भी मेरा उत्तर नहीं मिला। पर चूँकि वह हमारे यहाँ ही पढ़ती है अतः प्रत्यक्ष आ कर भी पूछ सकती है। हालाँकि इससे उसकी उद्विग्नता कम नहीं हो जाती।ख़ैर। तुलनात्मक साहित्य में आपको कम्ब रामायण तथा रामचरितमानस में से बाल कांड एवं अयोध्या कांड ही पढ़ना है। कम्ब रामायण दो भागों में है तथा पहले भाग में ही दोनों कांड आ जाते हैं। आप चाहें तो बिहार से उसे मँगवा सकते हैं। आप की इच्छा हो तो आप भाषा भवन में आ कर यहाँ के विद्यार्थियों से ले सकती हैं। उसके सैद्धांतिक पक्ष के लिए इन्द्रनाथ चौधरी जी की पुस्तक, जो नेश्नल (दिल्ली) से छपी है वह आपके लिए पर्याप्त होगी। सैद्धांतिक पक्ष से संबंधित सभी मुद्दों का उसमें समावेश है। किसी अच्छे पुस्तकालय में भी आपको वह पुस्तक मिल सकती है। आप अपने अध्यापक से कहें कि वे इस पुस्तक को उपलब्ध कराएं। वैसे इस प्रश्नपत्र में कई विकल्प भी थे। विकल्प रखने का कारण भी यही था कि जिस विकल्प की पुस्तकें प्राप्य हों उसे पढ़ाया जाए। पर आपने इस विकल्प को चुना, बहुत अच्छा किया। इन्द्रनाथ जी की पुस्तक आपके सैद्धांतिक पक्ष की समस्या को दूर कर देगी। टेक्स्ट (कम्ब एवं तुलसी को तो आपको पढ़ना पड़ेगा। क्या आप थोड़ा अंगरेजी पढ़ सकती हैं। इस संदर्ब में पॉला रिचमैन की पुस्तक मैनी रामायन्स(Many Ramayans)भी बहुत रोचक है। आपको मूल टैक्स्ट के उपरोक्त दोनों कांडों की कथा, वस्तु एवं चरित्रों की तुलना करनी है। इसी ब्लॉग में पहले की एक पोस्ट में मैंने इस संबंध में लिखा है। आशा है आप कुछ तो आश्वस्त हुई होंगी।
ReplyDeletehello mem mai hindi subject se net exam ki taiyari ke kr rahi hoo to aap mujhe bataeye ki mujhe is exam ke liye kon kon si kitaabe padhana chahiye
ReplyDeleteनेट की अथवा सेट की तैयारी के रूप में छात्रों को हिन्दी साहित्य के इतिहास, भाषा विज्ञान तथा काव्य शास्त्र की बेहतर से बेहतर जानकारी और समझ होना ज़रूरी है। इसे आप हिन्दी की स्तरीय पुसतकों से प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा प्रयोजनमूलक की भी जानकारी होना आवश्यक है। डॉ. नगेन्द्र, डॉ.निर्मला जैन, सत्यदेव चौधरी आदि की पुस्तकें आप काव्यशास्त्र के लिए पढ़ सकते हैं। पर यही पुस्तकें हों , यह आवश्यक नहीं है। प्रश्न भारतीय तथा पाश्चात्य काव्यशास्त्र को जानने का है। उसी तरह भा,ा विज्ञान में देवेन्द्रनाथ शर्मा, भोलानाथ तिवारी को आप पढ़ सकते हैं। रामचंद्र शुक्ल, हजारी प्रसाद द्विवेदी, डॉ. बच्चन सिंह, सुमन राजे या किन्हीं और के इतिहास बी आप पढ़ सकते हैं।
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