जिन खोजा तिन पाइयां

इस ब्लॉग में विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं के उत्तर देने की कोशिश की जाएगी। हिन्दी साहित्य से जुड़े कोर्सेस पर यहाँ टिप्पणियाँ होंगी,चर्चा हो सकेगी।

Friday, 11 November 2011

मुक्त छन्द

सुमन आपने मुक्त छन्द पर कुछ और सामग्री माँगी थी। मैंने आपको इस विषय में आरंभिक जानकारी तो दी थी। आप के लिए एक लेख तैयार करने हेतु मैंने मन बनाया, पर इसी बीच प्रेरणा पत्रिका में भगवत रावतजी का आलेख पढ़ा। इस लेख का लिंक ब्लॉग पृष्ठ पर दाहिनी ओर दिया है। उस पर क्लिक करेंगे तो प्रेरणा खुल जाएगी। उसमें ऊपर की ओर पुराने अंकों की चित्र-पटी का स्क्रॉल आप देख सकेंगे। जैसे ही अगस्त २०१० का अंक प्रकट होगा आप उस पर क्लिक करे। पृष्ठ खुलते ही आलेकों की सूची होगी जिस पर क्लिक करने से आपको रावत जी का लेख मिलेगा। मुझे आशा है कि आपकी सारी जिज्ञासाएं इस लेख से शांत हो जाएंगी। रावत जी हमारे समय के बहुत महत्वपूर्ण कवि हैं। उनका लेख महत्वपूर्ण है।

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