सुमन आपने मुक्त छन्द पर कुछ और सामग्री माँगी थी। मैंने आपको इस विषय में आरंभिक जानकारी तो दी थी। आप के लिए एक लेख तैयार करने हेतु मैंने मन बनाया, पर इसी बीच प्रेरणा पत्रिका में भगवत रावतजी का आलेख पढ़ा। इस लेख का लिंक ब्लॉग पृष्ठ पर दाहिनी ओर दिया है। उस पर क्लिक करेंगे तो प्रेरणा खुल जाएगी। उसमें ऊपर की ओर पुराने अंकों की चित्र-पटी का स्क्रॉल आप देख सकेंगे। जैसे ही अगस्त २०१० का अंक प्रकट होगा आप उस पर क्लिक करे। पृष्ठ खुलते ही आलेकों की सूची होगी जिस पर क्लिक करने से आपको रावत जी का लेख मिलेगा। मुझे आशा है कि आपकी सारी जिज्ञासाएं इस लेख से शांत हो जाएंगी। रावत जी हमारे समय के बहुत महत्वपूर्ण कवि हैं। उनका लेख महत्वपूर्ण है।
No comments:
Post a Comment