जिन खोजा तिन पाइयां

इस ब्लॉग में विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं के उत्तर देने की कोशिश की जाएगी। हिन्दी साहित्य से जुड़े कोर्सेस पर यहाँ टिप्पणियाँ होंगी,चर्चा हो सकेगी।

Tuesday 21 August 2012



विद्यार्थी मित्रो,
इस बार हम सत्र में बहुत देर से मिले हैं। इसका कारण भी था। एक तो चौथे सेमिस्टर के परिणाम अभी-अभी घोषित हुए हैं, और दूसरा, हमारी सेमिस्टर पद्धति के ढाँचे में परिवर्तन होने की संभावना थी। कल ही नया परिपत्र आया है। अतः मैंने सोचा कि अब हम इस वर्ष की शुरुआत कर सकते हैं।
तो इस सेमिस्टर की पहली चिट्ठी में तीन मुद्दे।
  • सबसे पहले तो हम सेमिस्टर -4 में उत्तीर्ण हुए अपने सभी विद्यार्थी मित्रों को बधायी देते हैं। भाषा भवन के हिन्दी विभाग का परिणाम 100% आया है। विभाग के लिए बहुत ख़ुशी की बात है। नई परीक्षा की पद्धति, नया सिलेबस , सामग्री ढूँढने में कठिनाई और न जाने कितना कुछ। इन तमाम संकटों को पार करते हुए इन छात्रों ने अच्छा प्रदर्शन किया। सबसे बड़ी बात यह है कि इन चारों सेमिस्टर में अध्ययन करते हुए इन सभी छात्रों ने एक उत्साह का वातावरण बनाए रखा। भाषा-भवन के हिन्दी विभाग में सुश्री सुमन पाल को सर्वाधिक अंक मिले हैं। लगभग 69% अंक मिले हैं। सुमन पाल को हम सब की ओर से भी बधायी।
  • दूसरी बात । हमने ब्लॉग पर एक फीडबैक फॉर्म डाला था। मुझे अफसोस है कि किसी ने भी वह फॉर्म भर कर भेजा नहीं है। इसका अर्थ तो यही है कि आप लोगों को कुछ कहना ही नहीं है। आप इस बात को कभी न भूलें कि जो चुप रहते हैं वे खो जाते हैं।
  • तीसरी बात। अब इस वर्ष से हमारी पाठ्यक्रम-व्यवस्था में परिवर्तन आया है। इस विषय में कुछ बात हो जाए। अब तक हमारे हर कोर्स में  पाँच यूनिट हुआ करते थे। अब हमारे कोर्स में चार यूनिट होंगे। नया पाठ्यक्रम जल्दी ही आपको उपलब्ध कर दिया जाएगा। प्रश्न-पत्र की पद्धति में भी परिवर्तन आया है। अब यह पद्धति इस तरह होगी-
  • प्रत्येक यूनिट में से एक प्रश्न 14 अंक का पूछा जाएगा।  यूनिट की प्रकृति के अनुसार उन्हीं चौदह अंकों में से एक लंबा प्रश्न होगा तथा एक लघु प्रश्न। यूं 14*4=56 अंक हुए। पाँचवा प्रश्न वस्तुगत (एम.सी.क्यू) होगा जिसमें चारों यूनिट में से प्रश्न पूछे जाएंगे। ये प्रश्न एक अथवा दो अंकों के हो सकते हैं। इसमें खाली स्थानों को भरा जाना, सही –गलत, जोडे बनाएं, विकल्प चुनिए आदि प्रकार के प्रश्न होंगे। यानी कुल हिसाब लगाएं तो, यूं समझिए चारों यूनिट में से 3-3 तथा एकाध में से अधिक पूछे जा सकते हैं। बात वही है, पर प्रश्न पूछने की पद्धति बदल जाएगी। अब इसमें लंबा प्रश्न का उत्तर आपको वर्तमान शब्द-मर्यादा 200 के स्थान पर, हो सकता है 400-500 शब्दों के बीच लिखना होगा। उसी तरह छोटा प्रश्न 75- 100 शब्दों की मर्यादा में लिखना होगा।
  • कुछ परिवर्तन सेमिस्टर चार में हैं। पर उसकी बात बाद में करेंगे।
मुझे उम्मीद है कि आप इस नई पद्धति के संबंध में अपनी प्रतिक्रिया देंगे।