जिन खोजा तिन पाइयां

इस ब्लॉग में विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं के उत्तर देने की कोशिश की जाएगी। हिन्दी साहित्य से जुड़े कोर्सेस पर यहाँ टिप्पणियाँ होंगी,चर्चा हो सकेगी।

Tuesday 7 February 2012

सुरेखा बहन,
आपने लिखा है कि आप बाह्य छात्रा हैं। आप कुछ पूछना चाहती थीं। मैं जो जानती हूँ, आपको अवश्य बताऊंगी, अगर वह मेरे लिए संभव हो तो। आपको इस ब्लॉग से नई दिशा मिली, यह अच्छी बात है। आप हिन्दी कंप्यूटिंग की दिशा में आगे बढ़ रही हैं, यह उत्साहवर्द्धक  बात है। पर आपका काम केवल ब्लॉग से नहीं होगा। आपको पढ़ना भी पड़ेगा। यह आपसे मैं इसलिए कह रही हूँ क्योंकि आप ही की तरह और विद्यार्थी भी होंगे। यह उनके लिए भी है। 
लगता है आपका प्रश्न अधूरा है अभी। आपने कौन-सी पोस्ट पढ़ी है। 
रंजना अरगडे

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